दिसंबर से जनवरी का चुराकर एहसास लाए हैं
जो न मिल सका अब तक उसे पाने का पैगाम लाए हैं//1
आने वाले वक्त में कुछ बेहतर कर सकें ऐसा ख्वाब लाए हैं
गुजरे हुए वक्त से कुछ सीख कर बेहतर होने का सबक लाए हैं//2
जो मिला इस साल उसे अब सजो कर भी रखना है
जो ना मिल सका उसे पाने का भी हौसला रखना है//3
सच कहें तो बीते हुए वक्त को हम बदल नहीं सकते
पर गुजरे हुए वक्त से सीख कर बहुत कुछ बदल सकते हैं/4
जैसा भी गुजरा बड़ा खास गुजरा ये जाने वाला साल
कुछ आते हुए सिखाया था कुछ जाते हुए सिखा गया ये साल//5
जाते हुए दिसंबर ने आखिरकार
गुजरे हुए वक्त का हिसाब मांग ही लिया
बहीखाता न दिखाया हमने
फिर भी आंखों से सबक जान ही लिया//6
जुदाई की इस घड़ी में मुलाकात अब ना हो पाएगी
गिरते हुए इस कोहरे में मोहब्बत की बात अब ना हो पाएगी
तुम बीते हुए लम्हों को बचा कर रखना अपनी यादों में
जाते हुए इस साल से अब दोबारा मुलाकात ना हो पाएगी//7
बड़ी सर्द रात में अपने महेब्बूब से मिलकर
लौटना चाहता है दिसंबर
खुद को सौंपकर जनवरी को
बड़ी दूर जाना चाहता है दिसंबर//8
अब समय आ गया है हाथ छोड़ दूं उसका
चल सके मंजिल पर इसलिए साथ छोड़ दूं उसका
बड़े वक्त से मुसाफिर थे हम दोनों
दिसंबर ठहर गया पर जनवरी से साथ जोड़ दूं उसका//9
मेरा सफर बस यही तक था तुम्हें अकेले ही चलना होगा
इस नए साल में आगे ही बढ़ते रहना होगा// 10
जाते हुए साल का साथ मुबारक हो
आते हुए साल का एहसास मुबारक हो
बड़ी मुद्दत के बाद मिले हैं यह दोनों
आते जाते साल का मेल मुबारक हो//11
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
सच कहें तो बीते हुये वक़्त को हम बदल नहीं सकते ।लेकिन गुजरे वक्त से सीख कर बहुत कुछ बदल सकते हैं ।
जवाब देंहटाएंबहुत सही व प्रेरक पंक्तियाँ हैं ये मित्र
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